19-जनवरी-2013 18:01 IST
असम के राज्यपाल जानकी बल्लभ पटनायक ने किया पर्यटन मार्ट का उद्घाटन
चिरंजीवी का विदेशी पर्यटकों के आगमन में तेजी लाने का आह्वान
इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री के. चिरंजीवी ने कहा कि मार्ट में बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों के आने से पूर्वोत्तर क्षेत्र में नए पर्यटन केन्द्रों की यात्रा के प्रति बढ़ती रुचि का पता चलता है। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से पर्यटन का प्रमुख केन्द्र बनकर उभर रहा है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों से देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ रही हैं लेकिन ऐसे पर्यटकों के आने की दर में तेजी लाने की जरूरत है। पर्यटन मंत्रालय ने दरअसल भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन की दर मौजूदा शून्य दशमलव 6 प्रतिशत से बढ़ाकर अगले पांच वर्षों में एक प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपने मंत्रालय की विभिन्न पहल का उल्लेख करते हुए श्री चिरंजीवी ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए मंत्रालय ने योजना बजट का 10 प्रतिशत आवंटित किया था जबकि वास्तविक व्यय पिछले वर्षों में 10 प्रतिशत से अधिक हुआ है। पर्यटन मंत्री ने विभिन्न पक्षों से पर्यटन क्षेत्र को आधुनिक बनाने का दृष्टिकोण विकसित करने, वैश्विक पर्यटन क्षेत्र में आ रहे परिवर्तन के अनुरूप ढलने और पर्यटन की वास्तविक क्षमता हासिल करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मार्ट नियमित आयोजन बन जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मार्ट से इस क्षेत्र को विभिन्न बाजारों में प्रदर्शित और पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी। तीन दिन के मार्ट में 23 देशों से 85 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, इनमें आसियान देश, बांग्लादेश, भूटान, जापान, कोरिया, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, स्वीटजरलैंड, स्वीडन, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हैं।
विदेशों से आए प्रतिनिधि पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के विक्रेताओं के साथ आमने-सामने चर्चा कर सकेंगे। इससे क्षेत्र के पर्यटन उत्पादन आपूर्तिकर्ताओं को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू खरीददारों तक पहुंचने और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने में मददमिलेगी। विदेशी प्रतिनिधियों के अलावा देश के विभिन्न भागों से 70 घरेलू खरीददार और भाग ले रहे 9 राज्यों से 108 विक्रेता भी मार्ट में शामिल हैं।
व्यापारिक बैठकों के अलावा सांस्कृतिक संध्या और प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन भी किया जाएगा। राज्य सरकार ने विदेशी प्रतिनिधियों के लिए 21 से 28 जनवरी, 2013 के बीच यानी मार्ट के बाद क्षेत्र के राज्यों से अवगत होने के लिए टूअर आयोजित किए हैं, इसका मकसद पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों की विभिन्न किस्मों के पर्यटन उत्पादों के प्रति जागरूकता लाना और प्रतिनिधियों को गंतव्य के प्रति अनुभव और प्रारंभिक जानकारी दिलाना है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट 2013 न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में आयोजित पहला ऐसा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है अपितु भारत के विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट भी है। उम्मीद है कि इससे 8 पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के पर्यटन उद्यमी-व्यापारी एक स्थान पर एकत्रित होंगे। (PIB)
वि.कासोटिया/सतपाल/दयाशंकर - 254
विदेशों से आए प्रतिनिधि पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के विक्रेताओं के साथ आमने-सामने चर्चा कर सकेंगे। इससे क्षेत्र के पर्यटन उत्पादन आपूर्तिकर्ताओं को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू खरीददारों तक पहुंचने और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने में मददमिलेगी। विदेशी प्रतिनिधियों के अलावा देश के विभिन्न भागों से 70 घरेलू खरीददार और भाग ले रहे 9 राज्यों से 108 विक्रेता भी मार्ट में शामिल हैं।
व्यापारिक बैठकों के अलावा सांस्कृतिक संध्या और प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन भी किया जाएगा। राज्य सरकार ने विदेशी प्रतिनिधियों के लिए 21 से 28 जनवरी, 2013 के बीच यानी मार्ट के बाद क्षेत्र के राज्यों से अवगत होने के लिए टूअर आयोजित किए हैं, इसका मकसद पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों की विभिन्न किस्मों के पर्यटन उत्पादों के प्रति जागरूकता लाना और प्रतिनिधियों को गंतव्य के प्रति अनुभव और प्रारंभिक जानकारी दिलाना है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट 2013 न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में आयोजित पहला ऐसा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है अपितु भारत के विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट भी है। उम्मीद है कि इससे 8 पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के पर्यटन उद्यमी-व्यापारी एक स्थान पर एकत्रित होंगे। (PIB)
वि.कासोटिया/सतपाल/दयाशंकर - 254
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